दक्षिण मुखी मकान या दुकान ज्यादातर लोग इसे अशुभ मानते हैं परंतु वीडियो शुरू होने से पहले मैं आप लोगों को बता देना चाहता हूं कि दुनिया के 25% मकान दक्षिणमुखी ही होते हैं। ऐसा जरूरी नहीं है कि दक्षिण मुखी मकान आपको परेशानी या तकलीफ दें। यदि आप दक्षिण मुखी मकान में हैं या दुकान में है और आपको ऐसा लगता है कि यह मकान आपको तकलीफ दे रहा है तो आप इस वीडियो से हम आपको निवारण बताते हैं। दोस्तों दक्षिण मुखी मकान का प्रभाव बुरा नहीं होता जैसा हम पहले बता चुके हैं। इस पर मकान इस बात पर भी निर्भर करता है कि आपका आपकी राशि कौन सी है।
दक्षिण मुखी मकान या दुकान अशुभ होगा या शुभ यह हमारी राशि पर निर्भर करता है। आठों दिशाओं के अलग-अलग देवता व गृह बताए गए हैं जैसे पूर्व के देवता व गृह सूर्य देव हैं, आग्नेय दिशा का गृह शुक्र दक्षिण का मंगल, नैऋत्य के केतु पश्चिम के शनि, वायव्य के चंद्र, उत्तर के बुध, ईशान के बृहस्पति, इस तरह से ऑटो आठों दिशाओं के 8 अधिपत्य गृह बताए गए हैं। इन्हीं ग्रहों के अनुसार आपके घर का दरवाजा आपकी राशि के अनुसार फल देते हैं। जैसे आपने देखा कि मंगल दक्षिण दिशा का कारक है यानी मंगल की दिशा दक्षिण है यदि आपकी राशि मेष अथवा वृश्चिक है तो दक्षिण दिशा का दरवाजा आप को फलित होगा। सिंह राशि वालों को भी दक्षिण दिशा का दरवाजा फायदा करता है। जबकि इसके विपरीत यदि आपकी राशि वृषभ, मिथुन, कर्क, कन्या, तुला धनु मकर कुंभ या मीन है तो यह आपको शुभ फल देने में दिक्कत करेगा।
ऐसी स्थिति में हमें क्या करना चाहिए घर के दरवाजे को बिल्कुल सेंटर के दक्षिण में रखने का मतलब है कि आपकी राशि या तो वृश्चिक या फिर मेष हो। परंतु सेंटर से थोड़ा सा लेफ्ट की तरफ यानी पूर्व की तरफ अगर आपका घर का दरवाजा है तो अगर तुला राशि है। अन्य राशियों के लिए भी यह दोष कुछ काम हो जाता है। इसी तरह घर के सेंटर से राइट में यानी पश्चिम की तरफ घर का दरवाजा होगा और आपकी राशि कर्क है तो आपको इसका पूरा लाभ मिलेगा। आपकी कुंडली में मंगल की स्थिति यदि मजबूत है तो दक्षिण मुखी मकान आपके लिए योगकारक होगा परंतु किसी कारणवश मंगल कमजोर है या अच्छे भागों में नहीं बैठा है तो ऐसी स्थिति में आपको दक्षिण मुखी मकान नुकसान दे सकता है। आइए जानते हैं कि इसके क्या उपाय किए जा सकते हैं
मंगल की दिशा दक्षिण मानी गई है नीम का पेड़ मंगल की स्थिति तय करता है अर्थात नीम मंगल का प्रतिनिधित्व करता है आपको ध्यान होगा कि पुराने लोग अपने घरों में खास तौर पर आंगन में तकरीबन 15 से 20 फीट की दूरी पर नीम का पेड़ लगाया करते थे। वह नीम का पेड़ दक्षिण मुखी मकान के लिए शील्ड यानी सुरक्षा का काम करता था। यदि मल्टीस्टोरी या किसी ऐसे स्थान पर रहते हैं जहां पर आपके घर के तुरंत बाद ही सड़क शुरू होती है तो ऐसी स्थिति में आप नीम का पेड़ तो नहीं लगा सकते। इसे ऐसे समझा जाए पुराने समय में लोग चौखट लगाते थे। पुराने लोग लोहे के बारे में जानते थे और वह भी लोहे के दरवाजे बनवा सकते थे लेकिन फिर भी वह लकड़ी के दरवाजे बनवाते थे। उसके पीछे बहुत बड़ा कारण था लकड़ी का दरवाजा जमीन के अंदर तकरीबन 3 फिट का होता था। धरती एक बहुत बड़ा चुम्बक है और ऊष्मा का कुचालक है। एनर्जी हमेशा धरती के अंदर घूमती रहती है ठीक उसी तरह जैसे लहरें पानी में चलती रहती है। वह आपके घर में किस दिशा से प्रवेश करती है यह बहुत मायने रखता है दक्षिण दिशा से एनर्जी का फ्लो तेज होता है। यह लकड़ी का टुकड़ा पुरे घर को धरती की ऊर्जा से प्रोटेक्ट करता था।
प्रगति की दौड़ में हमने क्या किया तीन खट तो बनाई लेकिन चौथी खट जो जमीन के नीचे होती थी उसे खत्म कर दिया इसलिए अब दक्षिण मुखी मकान ज्यादा परेशान करता है। उसका उपाय यह है कि आप अपने घर के मुख्य द्वार पर लाल रंग की एक पट्टी लगाएं। यदि आपके घर पर लकड़ी की टाइल्स लगी हैं तो यह बहुत सारे दोषों को समाप्त करती हैं आपने सुना होगा कि अंग्रेज लोग अक्सर टचवुड बोला करते हैं। घर के दरवाजे पर लेफ्ट और राइट में मोरपंखी के पौधे लगाएं यह भी इस दोष को काफी हद तक कम कर देते हैं।
साथ ही द्वार के ऊपर पंचमुखी हनुमान का चित्र लगाना चाहिए
अगर आपकी दुकान का मुंह दक्षिण की ओर है तो दरवाजे पर पारदर्शी शीशा लगाना चाहिए या दुकान के अंदर आदमी जितनी ऊंचाई का तकरीबन 5 से 6 फीट ऊंचा शीशा लगाना चाहिए ताकि जब दरवाजा खोले तो जो अंदर आ रहा है उसका प्रतिबिंब दिखाई दे। इससे भी दक्षिण मुखी मकान का दुकान का दोष काफी हद तक समाप्त होता है।
मुख्य द्वार के ऊपर पंचधातु का पिरामिड लगवाने पर भी काफी हद तक किया दोष समाप्त हो जाता है और घर के बाहर एक छोटा नीम का पौधा सबसे ज्यादा लाभ देता है। यदि संभव हो तो गमले में नीम का पौधा जरूर लगाएं तो दोष पूरी तरह समाप्त हो जाएगा और दक्षिण मुखी मकान भी आपको फलित होने लगेगा। फेंगशुई में भी एक पाकुआ मिरर होता है जिसे आप घर के दरवाजे पर ऊपर की ओर लगा सकते हैं। इससे भी दक्षिण मुखी मकान का दोष समाप्त होता है धन्यवाद दोस्तों हम इसी तरह काम की जानकारी लाते रहेंगे।