Plant direction in home। कौन सी दिशा में लगाई पेड़ जो घर में खुशहाली आये
दोस्तों ज्यादातर लोगों को घर में घर की छत पर या बालकनी में पेड़ पौधे लगाने पसंद होते हैं। क्योंकि इंसान हमेशा हरियाली के पास रहा है और हरियाली उसे बहुत पसंद है। वास्तु के अनुसार कुछ पेड़ पौधे शुभ माने जाते और कुछ पेड़ पौधे अशुभ माने जाते हैं। कोई भी पौधा शुभ या अशुभ नहीं होता बस उसकी डायरेक्शन गलत होती है। कौन सा पौधा किस डायरेक्शन यानी किस दिशा में लगाना चाहिए इस पर हमारे इस पर वास्तु शास्त्र में बहुत रिसर्च हुई है। उस रिसर्च के आधार पर आज हम यहां आपको बताने जा रहे हैं कि कौन सा पौधा किस दिशा में लगाना चाहिए। वास्तु शास्त्र को सामान्य भाषा में हम वस्तु रखने का विज्ञान भी कहते हैं। इसके अनुसार पेड़ पौधे किस दिशा में लगानी चाहिए। तो दोस्तों आइए शुरू करते हैं हम यहां को यह भी बताएंगे कि कौन सा पौधा किस स्थान पर लगाना चाहिए व कौन सा पौधा नहीं लगाना चाहिए।
ईशान दिशा (North East)
तो सबसे पहले हम बात करते हैं ईशान दिशा की यानी उत्तर-पूर्व की। उत्तर पूर्व में आपको हमेशा छोटे-छोटे पौधे लगाने चाहिए, जैसे तुलसी का पौधा, गुलाब का पौधा गेंदा का पौधा, लीली या पुदीना आदि के पौधे लगाए जा सकते हैं। लेकिन यहां पर तुलसी का एक विशेष महत्व रहता है। यदि आपके घर का दरवाजा उत्तर पूर्व की ओर है और आपको लगता है कि आपके घर पर नजर वगैरह लग जाती है। तो ऐसी स्थिति में घर के दरवाजे के दोनों तरफ आपको मोरपंखी का पौधा लगाना चाहिए। जिससे घर में किसी भी तरह की बुरी शक्ति का प्रवेश नहीं होगा। आपका घर थोड़ा बड़ा है और घर के आगे जगह खाली है तो आपको ईशान कोण में केले का पेड़ लगाना चाहिए क्योंकि केला गुरु ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है और ईशान कोण पर गुरु का पूरा प्रभाव होता है। यानी यह दिशा देव गुरु बृहस्पति की कही जाती है, इसलिए इस दिशा में केले का पेड़ लगाना अत्यंत शुभ माना गया है। साथ ही इस दिशा में आंवले का पेड़ लगा सकते हैं इससे घर में हमेशा बरकत बानी रहेगी और कभी भी पैसे की कमी नहीं होगी। इसके अलावा आप जटजीरा जिसे चिड़चिड़ा या अपामार्गा भी कहते हैं। यह पौधा बहुत ही अच्छा माना जाता हैं घर में अगर कोई किडनी के रोग से परेशान हैं तो आप अपामार्ग का पौधा ईशान कोण में लगाएंगे तो इस उस व्यक्ति के स्वास्थ पर उत्तम प्रभाव पड़ेगा।
पूर्व दिशा (East)
सामान्यतः पूर्व दिशा में बड़ा पेड़ नहीं लगन चाहिए पर आपके घर के पूर्व मा जगह हो तो यहाँ बरगद का पेड़ लगन चाहिए। पूर्व दिशा में बरगद का पेड़ सबसे अच्छा माना जाता है, लेकिन एक बात का ध्यान रखें कि इसकी छाया आपके घर पर नहीं पड़नी चाहिए। यदि आप का फ्लैट है या फिर कुछ इस तरह का घर है की आपके घर के आगे ज्यादा जगह नहीं है तो ऐसी स्थिति में एकदम पूर्व में कोई बड़ा पौधा न लगाएं। यहां पर आप तो सी गुलाब या तुलसी लगा सकते हैं। इससे बहुत ही ज्यादा लाभ होता है। यह सूर्य देव की दिशा होती है इस तरह के पौधे लगाने चाहिए जिनमें लाल होता है इस दिशा के लिए गुड़हल का पौधा सबसे अच्छा माना जाता है। यदि आप यह पौधा लगाते हैं तो शरीर में गर्मी के कारण होने वाले रोग जिसे मिर्गी आदि में बहुत ज्यादा लाभ मिलता है। इस दिशा में भूलकर भी पीपल का पौधा या पेड़ ना लगाएं।
दक्षिण पूर्व दिशा (South East )
दक्षिण पूर्व दिशा यह दिशा शुक्र के प्रभाव में होती है और इस दिशा के देवता गणेश कहे जाते हैं। इसलिए यह दिशा दांपत्य जीवन तथा धन-धान्य के लिए बहुत ही उत्तम मानी जाती है। घर में यदि इस दिशा में दोष है तो शुक्र जनित समस्याएं परिवार को होंगी। जैसे किडनी की प्रॉब्लम, स्किन की प्रॉब्लम, पुरुष अथवा महिलाओं की समस्या, इस दिशा में अनार का पौधा काफी शुभ माना जाता है। यदि आपके घर के आगे जगह है तो आप अनार का पेड़ दक्षिण पूर्व दिशा में जरूर लगाएं। साथ ही इस दिशा में आप सफेद फूल के पौधे लगाएंगे तो यह घर के लिए उत्तम माना जाता है। इसी दिशा में मनी प्लांट का पौधा भी लगाना बहुत अच्छा माना जाता है। एरिका पाम का पौधा यहाँ पर बहुत प्रभावी होता है। मनी प्लांट आप बालकनी में लगा सकते हैं जबकि एरिका पाम घर में ऐसे किसी स्थान पर लगा सकते है जहाँ सूर्य का प्रकाश सीधा न पड़ता हो। एक और पौधा है जिसे हम लोग जेड प्लांट के नाम से जानते हैं। जिसे क्रसूला भी कहते हैं। इसे घर के अंदर लगाना चाहिए जहां सूरज की सीधी रोशनी ना पहुंचती हो। घर की समृद्धि के लिए यह बहुत ही उत्तम माना गया है। यह घर के अंदर ऑक्सीजन के लेवल को बरकरार रखता है जिससे लोग का स्वास्थ्य ठीक रहता है। तथा इसकी एक और खासियत है कि यह पैसे को आकर्षित करता है। पैसे खींचने के मामले में यह पौधा मनी प्लांट का भी बाप है।
दक्षिण दिशा (South)
दक्षिण दिशा में खास तौर पर नीम का पेड़, गूलर का पेड़, नारियल का पेड़ या अशोक का पेड़ ही शुभ माना जाता है। एक बात का खास ध्यान रखें कि जो भी पेड़ लगाए उसकी छाया आपके घर पर ना पड़े। इस दिशा में कांटेदार पौधे लगाते हैं तो यह रोग उत्पन्न करते हैं। तुलसी का पौधा कभी मत लगाइए यह कठोर यातना का कारण बनता है। माँ तुलसी की दिशा में कष्ट में रहती है। दूध वाले वृक्ष लगाने से धन नाश होता है गुलमोहर या कटहल का वृक्ष अकारण शत्रुता बढ़ता है। अगर आप निरोगी रहना चाहते तो केवल नीम का ही वृक्ष लगाएं क्योंकि यह मंगल की दिशा होती है। और नीम मंगल व शनि का सबसे अच्छा उपाय है। अगर आप इस दिशा में घर के अंदर कोई पौधा लगाना चाहते हैं तो दो ही पौधे हैं जिन्हें आप घर के अंदर लगा सकते हैं। करसुला या एरिका पाम का पौधा ही इस दिशा में लगाया जा सकता है। इसके अलावा दक्षिण दिशा में आपको ज्यादा पौधे नहीं लगाने चाहिए।
नृत्य कोण (South west)
नृत्य कोण इस दिशा में सामान्यतः आपको कोई पेड़ नहीं लगाना चाहिए। हाँ यदि आप चाहें तो नीम का पेड़ लगा सकते हैं यहां अत्यंत अशुभ पाना चाहता है। नीम का पेड़ आप दक्षिण, पश्चिम या दक्षिण-पश्चिम की दिशा में कहीं भी लगा सकते हैं। यह आपके लिए अत्यंत शुभ होता है। एक और पौधा है इमली का जिसे आप लगा सकते हैं। पर यह घर की दीवार से 10 फ़ीट दूर होना चाहिए।
पश्चिम दिशा (West)
पश्चिम दिशा शनि देव की दिशा कही जाती है। इस दिशा में नीम का पेड़, शमी का पेड़ या नारियल का पेड़ लगाना शुभ माना जाता है। घर की नींव से तकरीबन 10 से 15 फीट दूरी पर पीपल का वृक्ष लगाना अत्यंत शुभ माना गया है। इस दिशा में पौधे नहीं लगन चाहिए।
वायव्य कोण (North west)
वायव्य कोण को चंद्र की दिशा कहा जाता है। इस कोण में नीम,अशोक और बेल के वृक्ष लगाना शुभ मन जाता है।
उत्तर दिशा (North)
यह दिशा करियर के दिशा कही जाती है इसलिए इस दिशा में सफेद फूल के पौधे जैसे पारिजात। चमेली लिली इत्यादि लगाना शुभ माना जाता है।तुलसी माता का पौधा भी लगा सकते हैं। यदि पेड़ की बात करें तो परीजाद का पेड़ बेल का पेड़ लगा सकते हैं। यहां पर फलदार वृक्ष नहीं लगाने चाहिए क्योंकि फलदार वृक्ष इस दिशा में बच्चों के स्वास्थ्य पर बुरा असर डालते हैं। लेकिन आप केले का पेड़ लगा सकते हैं यह अपवाद है। गूलर या नींबू का पेड़ नहीं लगाना चाहिए इस दिशा में ऐसे पेड़ व्यापर या नौकरी में तकलीफ का कारण बनते हैं। अगर इस दिशा की तरफ तालाब है तो यह अति उत्तम माना जाता है। तालाब के अंदर कमल आदि के पुष्प होगा तो यह घर की समृद्धि के लिए बहुत अच्छा माना जाता है।
अन्य नियम
इसके अलावा कुछ अन्य नियम है जिन पर ध्यान देना चाहिए जैसे केला और नींबू घर के बहुत अंदर नहीं लगानी चाहिए यानी आंगन में नहीं लगाने चाहिए आंगन के बाहर लगाने चाहिए। केले का पेड़ उत्तर की तरफ या उत्तर पूर्व की तरफ ही लगाना चाहिए। घर में पीपल का पेड़ कभी नहीं लगाना चाहिए। नीम का पेड़ दक्षिण, दक्षिण पश्चिम और पश्चिम दिशा की ओर लगाना अच्छा माना जाता है। गूलर व पीपल का पेड़ अग्नि कोण में, दूध वाले वृक्ष दक्षिण में, तुलसी नींबू या कदम पश्चिम में, कांटेदार वृक्ष उत्तर में और ईशान में कदली वृक्ष नहीं लगाना चाहिए। कांटेदार वृक्ष दुश्मनी पैदा करते हैं। गुलाब इसमें अपवाद है घर के अंदर कैक्टस का पौधा नहीं लगाना चाहिए। जामुन और अमरूद को छोड़कर फलदार वृक्ष भवन की सीमा में कभी नहीं लगानी चाहिए। इससे बच्चों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है। गोंद वाले पौधे घर के परिसर में नहीं लगानी चाहिए से धन हानि होती है। उत्तर और उत्तर पूर्व में कम ऊंचाई के पौधे लगाने चाहिए। बेल का वृक्ष जिस घर में होता है उस घर में लक्ष्मी का वास होता है। इसलिए उत्तर दिशा में और उत्तर पश्चिम की दिशा में बेल का वृक्ष बहुत फायदेमंद होता है। यदि संतान की कामना है तो ऐसी स्थिति में पलाश का वृक्ष दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना चाहिए। जिस व्यक्ति पर राहु का दोष हो उसे चंदन का वृक्ष दक्षिण में लगन चाहिए। शनि की बाधा को दूर करने के लिए शमी का वृक्ष पश्चिम में लगाना चाहिए। अनार का पौधा घर में लगाने से कर्ज मुक्ति मिलती है। नारियल के पेड़ से मान-सम्मान में वृद्धि होती है। अशोक का वृक्ष लगाने से घर के बच्चों में तेज वृद्धि तुलसी आंवला बहेड़ा का पौधा घर में बीमारी नहीं आने देते। गेंदा लगाने से बृहस्पति मजबूत होता है और विवाहित जीवन सुख में रहता है। बांस का पेड़ लगाने से तरक्की होती है और घर में सुख समृद्धि आती है नेगेटिव एनर्जी भी दूर होती है। गुड़हल का पौधा लगाने से कानून संबंधित सभी कार्य पूरे हो जाते हैं।
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