दीवाली पर जपें जाने वाले 3 सरल लक्मी मन्त्र, जिसके लिए किसी ताम झाम की जरुरत नहीं, Diwali mantra,
दोस्तों एक बात हमेशा कही जाती है कि पैसा या धन आप ऊपर नहीं ले जा सकते ये बात सत्य है पर यह भी सत्य है कि जबतक पैसा है आप इस दुनिया में ऊपर बने रहते हैं। दान पुण्य भी वही लोग कर पाते हैं जिनके पास धन है। दुनिया में भव्यता धन से ही आती है। धन की अधिस्ठतरी देवी है माँ लक्ष्मी। साधक अपनी मेहनत के साथ माँ लक्ष्मी का भी साथ चाहता है। इसके लिए हजारों मन्त्र है जिनसे आप माँ लक्ष्मी को प्रसन्न कर सकते हैं। लेकिन इस लेख में आपको सरल और जिसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है ऐसा मन्त्र बताने जा रहे है। आप इसे दीवाली की रात को सामान्य पूजा के बाद रात के दूसरे व तीसरे पहर में जप सकते हैं।
यहाँ दो-तीन मन्त्र बताऊंगा पहला है ॐ श्रीम नमः
यह बहुत आसान है इसे 1008 बार दिवाली या किसी भी शुभ मुहरत में करना है। उसके बाद अगले 21 दिन तक इसे नियमित करें, प्रातः स्नान आदि से निवृत्त होकर इसका 1 माला जपें। और 21 वे दिन इसका उद्यापन कर दे जिसमे 21 वे दिन सफ़ेद वास्तु का प्रशाद चढ़ाना है और माँ से अपनी मनोकामना कहनी है। अपने जीवन में बहुत जल्द चमत्कार देखेंगे।
दूसरा मन्त्र है लक्ष्मी गायत्री
लक्ष्मी गायत्री मंत्र की हिंदू धर्म में बड़ी महिमा है। इस मंत्र की सहायता से आप माँ लक्ष्मी की कृपा और आशीर्वाद की प्राप्ति कर सकते हैं। माना जाता है की इस मंत्र के जाप से आपके घर परिवार में लक्ष्मी का वास होता है तथा धन, समृद्धि, और संपत्ति कई बढ़ोतरी होती है। इस मंत्र का जाप पारिवारिक सुख शांति में भी सहायक होता है।
ज्यादातर मंत्रों का जाप सुबह यानी ब्रह्ममुहूर्त में करना अधिक लाभकारी होता है। पर इसे रात 11:00 बजे से किया जा सकता है। इसका 108 बार रोजाना मंत्र का जाप करे।
रोजाना अगर आप इस मंत्र का उच्चारण करते हैं तो इससे आप ऊर्जावान भी बनते हैं। इससे बल और धन दोनों की प्राप्ति होती है। यह मन्त्र भाग्य को प्रबल करता है। इसके जाप से आपके जीवन की सभी चिंताएं खत्म होती है।
इसे दीवाली की रात में सामान्य पूजा के बाद 108 बार करना है। और सुबह से ही इसका परिणाम दिखने लगता है। परन्तु यदि और अच्छा रिजल्ट कहते हैं तो नियमित रात 11:00 बजे 21 दिन तक जपें और आखरी दिन अपनी पूजा में हुई त्रुटि के लिए लक्समी माँ से छमा मांगें और उनसे अपनी मनोकामना दोहरएँ।
मन्त्र इस प्रकार है।
ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णुपत्न्यै च धीमहि। तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात्॥
इस मंत्र अर्थ बड़ा ही सरल सा है, इसके माध्यम से साधक कहता है की “हम माता लक्ष्मी जो स्वयं इस संसार के पालनहार भगवान विष्णु की पत्नी हैं, को नमन करते हैं और उनकी उपासना करते है। माता लक्ष्मी हम पर कृपा करें और हमारे जीवन से सभी आर्थिक समस्याओं को दूर कर, धन-धान्य का हमें आशीर्वाद दें।”
इसी तरह एक और मंत्र है जिसे आप श्रीम ब्रज़ी
अत्यंत सरल मंत्र कोई नियम या कोई सामग्री की आवश्यकता नहीं
ऐसा देखा और सुना गया है की इस मंत्र के जाप से कई लोगों को बेहद ही फायदा हुआ है, और अकस्मात् धन की प्राप्ति हुई है। ऐसा कहा जाता है की “ब्रझी” भी माँ लक्ष्मी का ही एक स्वरूप है और ऋषि विश्वामित्र ने इस “ब्रझी” ध्वनि को इस संसार के समक्ष प्रस्तुत किया।
दिवाली की रात इस मंत्र का यथा सम्भव जाप करें ये ऐसा मंत्र है जो सुनने से भी लाभ करता है। इसलिए इसे दीवाली की रात को मोबाइल पर चला कर सुन सकते हैं।
इसे कभी भी मानसिक रूप से जप सकते हैं।
धन्यवाद दोस्तों इस तरह काम की जानकारी लाते रहेंगे