शरीर में विशेष स्थानों पर पाए जाने वाले तिल , भारतीय सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार विभिन्न विभिन्न परिणाम देते हैं। कुछ तिल शुभ, और कुछ तिल अशुभ माने जाते हैं। तिल शरीर के किसी भी हिस्से पर हो सकता है भारतीय और चीनी ज्योतिष दोनों में ही दिल को अच्छा या बुरा दोनों ही माना जाता है। कहा जाता है कि जब बच्चा गर्भ में होता है तभी उसके शरीर पर तिल बन जाते हैं। इनके कुछ ज्योतिषी आधार भी है जैसे यदि बच्चा मेष लग्न में पैदा हुआ है और उसकी उसके लग्न में शनि बैठा है तो डेफिनेटली इस बच्चे के माथे पर तिल का निशान होगा।
गोरे लोगों के शरीर में आमतौर पर कम तिल होते हैं जबकि काले लोगों के शरीर में ज्यादा तेल होते हैं तिल के दो महत्व है यहां पर पहला स्वास्थ्य की दृष्टि से और दूसरा ज्योतिष की दृष्टि से लाल तिल ज्योतिष की दृष्टि से नहीं देखे जाते हालांकि कुछ जगहों पर जैसे हथेली में या पैर पर यदि लाल तिल हो तो यह शुभ माने जाते हैं परंतु अन्य स्थानों पर काले तिल ही शुभ माने जाते हैं। कुछ लोगों का मानना है कि मस्से जिन्हें वार्ट्स कहते हैं वह भी शुभत्व और अशुभ का प्रतीक होते हैं। Mole on Body
ज्योतिषी आधार पर तिलों के क्या महत्व होते हैं हम उस पर चर्चा करने वाले हैं।
कहा जाता है कि शरीर पर छोटा तेल कम प्रभावी और बड़ा तेल ज्यादा प्रभावी होता है यदि यह लंबा हो तो और ज्यादा अच्छा माना जाता है।
माथे पर तिल यदि माथे के बीच में हो तो ऐसा व्यक्ति निर्मल प्रेम करने वाले होते हैं व् इनका दांपत्य जीवन सुखमय रहता है। माथे के दाहिने तरफ तिल किसी विषय में निपुणता के बारे में बताते हैं। यही तिल यदि बाई तरफ हो तो फिर यह फिजूलखर्ची कराता है।
जिसकी दोनों भँवों के बीच में तिल हो तो ऐसे लोग यात्रा के शौक़ीन होते हैं। दाहिनी भँवों के ऊपर तिल है तो व्यक्ति सुखी होता है। और बायीं भँवों के ऊपर तिल हो तो दांपत्य जीवन अच्छा बताता है।
दाहिनी आंख पर तिल का निशान ऐसा व्यक्ति परिश्रमी ईमानदार व विश्वास करने योग्य होता है जबकि बाई आंख पर तिल का निशान अहंकारी पर आशावादी सोच को प्रदर्शित करता है। आंख पर पुतली के ऊपर तिल होने वाले लोग अक्सर भावुक होते हैं। इन्हे प्रसिद्धि जल्द ही मिल जाती है। जैसे सनी देओल के
यही परिणाम लगभग पलक पर भी तिल होने पर मिलता है परंतु दाहिनी पलक वाला तेल ज्यादा संवेदनशील बनाता है
कान पर तिल लम्बी उम्र का संकेत है। कान के ठीक ऊपर तिल हो तो व्यक्ति के बुद्धिमान होने के संकेत देता है।
जिस व्यक्ति की नाक पर तिल होता है वह सुखी व संपन्न होता है जिन महिलाओं की नाक पर तिल होता है वह बहुत ही सौभाग्यशाली होती हैं और उनका पति उन्हें खुश रखता है उनकी सारी जरूरत है पूरी करता है।
ऊपरी होंठ पर तिल होने पर व्यक्ति प्रेमी हिर्दय वाला भावुक वह दूसरों की बातों में जल्दी आने वाला होता है यही तेल यदि नीचे वाले होठ में हो तो व्यक्ति को फिजूलखर्ची रहता है । जिसके कारण पैसा उसके पास रोक नहीं पाता व यह लोग खट्टा कहने के शौक़ीन भी होते हैं।
जीभ पर तिल के बारे में तो सबको पता ही होगा। यदि जीभ पर बड़ा तिल है और वह बीच में है तो ऐसे वाले व्यक्ति के द्वारा कही गई गलत बात भी सही हो जाती है परंतु यह बात अनायास ही निकली हो तभी ही सच होती है।
यदि किसी व्यक्ति की जीभ की नोक पर तिल हो तो ऐसा व्यक्ति बहुत अधिक कूटनीतिज्ञ होता है और वह व्यक्ति फूडी अच्छा स्वादिष्ट भोजन खाने वाला होता है।
मुख मंडल के आसपास कहीं पर भी तिल हो तो ऐसे व्यक्ति सज्जन व रोमांटिक होते हैं वह दूसरे लोगों को बहुत जल्दी अपनी तरफ आकर्षित कर लेते हैं ऐसे लोगों का जीवन साथी उन्हें बहुत प्यार करता है।
गाल पर तिल शुभ फल देता है, बाएं गाल पर तिल पैसे की तंगी तो दाहिने गाल पर तिल धनवान बनाता है
जिस स्त्री के ठोड़ी के बीच में तिल होता है ऐसी स्त्रियां कम मिलनसार व अक्खड़ मानी जाती हैं परंतु यदि यह तिल दाहिनी और होता है तो यह शुभ माना जाता है जैसे अरुणा ईरानी के है।
कंधे पर तिल होना सामान्यता जिद्दी होने का संकेत है परंतु दाहिने कंधे पर तिल होने से स्वभाव में दृढ़ता आती है और बाएं कंधे पर तिल होने पर ऐसा व्यक्ति थोड़ा तुनक मिजाजी भी होता है।
दाहिने बांह पर अगर तिल हो तो व्यक्ति बुद्धिमान होता है वह विवादों से बचने वाला होता है। यही तिल बाएं हाथ में हो तो ऐसा व्यक्ति विवाद ढूंढने वाला होता है। कई वकीलों के बाएं हाथ पर आप दिल देख सकते हैं। यदि आप वकील हैं तो यह आपके लिए शुभ संकेत है।
यदि हाथ पर तिल है तो व्यक्ति बुद्धिमान व चालाक होता है दाहिने हाथ पर तिल है तो धनवान होगा और अगर बाएं हाथ पर तिल है तो धनवान तो होगा परंतु फिजूलखर्ची करेगा।
अंगूठे पर तिल हो तो व्यक्ति व्यवहार कुशल होता है इसी तरह तर्जनी पर तिल हो तो व्यक्ति धनवान धनवान किंतु शत्रुओं से घिरा होता है। इसी तरह मध्यमा पर तिल हो तो वह उत्तम फलदाई होती और जीवन में कठिनाइयां कम आती है। अनामिका पर तिल होने पर व्यक्ति यशस्वी होता है कनिष्का यानी छोटी उंगली पर तिल होने पर व्यक्ति संपत्ति वान होता है।
जिस व्यक्ति के गले पर तिल होता है ऐसा व्यक्ति आराम तलब होता है। सामने की ओर तिल हो तो ऐसे व्यक्ति के घर में मित्रों का जमावड़ा लगा रहता है क्योंकि यह अच्छे मित्र होते हैं। यदि गले के पीछे वाले भाग पर हो तो फिर ऐसे व्यक्ति मेहनती होते हैं, यह कर्मठ होते हैं और अपने काम में लगे रहते हैं।
छाती पर दाहिनी ओर तिल होना अच्छा माना जाता है यदि यह स्त्री के हो तो वह अपने पति की प्रिया होती है। बाई ओर अगर पुरुष की छाती पर तिल है तो पत्नी से थोड़ी अनबन रहती है और महिला के हैं तो पति का प्यार थोड़ा कम रहता है परंतु यदि यही तिल किसी स्त्री के हृदय पर या पुरुष के हृदय पर आता है तो फिर सौभाग्यशाली माने जाते हैं।
किसी व्यक्ति के कमर पर तिल है तो ऐसे व्यक्ति किसी न किसी परेशानी में घिरे ही रहते हैं। कमर के निचले हिस्से या हिप्स पर तिल होने पर ऐसे महिला या पुरुष ज्यादातर अवसाद का शिकार हो जाते हैं इन्हे अपनी लाइफ से हमेशा शिकायत रहती है। महिलाओं को पीहर और ससुराल दोनों ही जगह परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
पेट पर तिल हो तो यह सभी जानते हैं कि ऐसा व्यक्ति चटोरा होता है और स्वादिष्ट खाने का शौकीन होता है पर ये लोग अपने खाने का पूरा धयान रखते है और हेल्थ कौन्सियस होते हैं। ऐसा व्यक्ति मीठा खाना पसंद करते हैं।
किसी स्त्री अथवा पुरुष के दाहिनी जांघ पर तिल हो तो यह अपने जीवनसाथी को बहुत प्रेम करते हैं और यही दिल बाई जांघ पर हो तो यह अमीर व नौकर चाकर वाला बनाती है।
दाहिने घुटने पर तिल होने पर गृहस्थ जीवन सुख में माना जाता है वह बाएं घुटने पर दांपत्य जीवन में थोड़ी परेशानियां आती है।
पैरों के तलवों के बीच में तिल होने का मतलब है इस तरह के लोग बहुत घुमक्कड़ होते हैं और वह कहीं ना कहीं घूमते रहते हैं।
यदि आपके शरीर में अनचाही जगह पर तिल है और वह दुष्परिणाम दे रहा है।
तो ऐसी स्थिति में आपको इसके उपाय करने चाहिए
सबसे पहले तो उस तिल को छुपाने की व्यवस्था करनी चाहिए। किसी मेकअप से या किसी स्किन कलर के स्केच पेन आदि से उसको छुपा देना चाहिए।
काले रंग से दूसरी तरफ शुभ स्थान पर एक छोटा तिल बना देना चाहिए।
उदाहरण के लिए समझते हैं आपने देखा होगा कि कई महिलाएं अपने मुंह के आसपास स्पेशली दाहिनी तरफ एक छोटा तेल बना लेती हैं होठों के ऊपर जिससे उनका आकर्षण बढ़ जाता है।
ठीक उसी तरह से आपको भी यही उपचार करने हैं।
सामान्यत है शरीर में दाहिनी तरफ के तिल शुभ माने जाते हैं इसलिए आप अपने शरीर के दाहिने और बाएं दोनों तरफ के दिलों को जोड़ दीजिए और पता लगाइए कि किस तरफ ज्यादा तेल है।
यदि बाई तरफ ज्यादा तिल हैं और वह बताये गए नकारात्मक रिजल्ट दे रहा है। तो फिर आपको तिल के अनुसार उपचार करने की आवश्यकता है और यदि दाहिनी तरफ है तो फिर आपको कुछ करने की आवश्यकता नहीं है।
शरीर पर जो तिल पाए जाते हैं उन पर शनिदेव का अधिकार होता है जैसा कि मैंने आपको शुरू में बताया था। शनि कुंडली में जिस स्थान पर होगा वह भाव जिस अंग का प्रतिनिधित्व करता होगा वहां पर तिल होना आवश्यक है ऐसा 100 में से 90 बार देखा गया है।
यदि शनि दूसरे तीसरे चौथे और पांचवें छठे भाव में है तो इस बात की सम्भवना है कि आप के बाएं तरफ तिल ज्यादा होंगे ऐसी स्थिति में आप लोगों को ऐसा काम करना चाहिए। जिसमें आप लोगों के सामने सीधे ना आए मतलब ऐसे लोगों को प्रसिद्धि फेम थोड़े समय के लिए मिलती है
तो इसका उपचार यह है कि इस तरह के लोगों को ऑफिस वर्क अगर पब्लिक डीलिंग नहीं करना चाहते हैं तो फोन वगैरह पर और कम से कम लोगों से मिलना चाहिए। व दाहिनी तरफ शुभ स्थानों पर कृत्रिम तिलों की संख्या बढ़ानी चाहिए।