Site icon Piousastro

Silver Ring on thumb । अंगूठे में चांदी का छल्ला

silver ring

silver ring benefits, silver ring on thumb,

नमस्कार दोस्तों
“दोस्तों अक्सर आपने लोगों के अंगूठे में चांदी का छल्ला देखा होगा। अभी तक तो हम यह देखते आए थे के लोग रिंग फिंगर यानि अनामिका में चांदी का छल्ला पहनते हैं। लेकिन अंगूठे में पहनने का क्या कारण है और चांदी का छल्ला पहनने से कैसे आपका भाग्य उदय हो सकता है? जानने के लिए लेख को अंत तक पढियेगा। कई बार हम बहुत मेहनत करते हैं परंतु है किसी मुकाम पर नहीं पहुंच पाते परिस्थितियां हमारे अनुकूल नहीं हो पाती। मानसिक तनाव बहुत ज्यादा होता है जीवन में हर तरफ निराशा ही मिलती है। काम बनते बनते बिगड़ जाते हैं। बहुत सोच समझ कर काम में हाथ डालते हैं पर नुकसान हो जाता है। कई लोगों का कहना है की काम में मन नहीं लगता मन परेशान रहता है। हर तरफ असफलता हाथ लगती है तो लोग कहने लगते हैं कि भाग्य साथ नहीं दे रहा। किसी तरह का गृह दोष लग गया है।

रूठी किस्मत को मनाने के लिए ज्योतिषियों द्वारा चांदी का छल्ला पहनने का की सलाह दी जाती है। शास्त्रों के अनुसार चांदी को भगवान शिव के नेत्रों से उपजा माना गया है। यह आपको हर प्रकार के कष्टों से मुक्ति दिलाता है साथ ही कहा गया है कि चांदी का प्रयोग करने से आपके जीवन में सुख शांति बनी रहती है। चाँदी धारण करने से मानसिक शांति प्राप्त होती है।

ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं के अनुसार चांदी शुद्ध और अत्यंत प्रभावशाली धातु है। वैसे तो ज्योतिष और धातु विज्ञान का एक अलग ही रिश्ता है। ज्योतिष शास्त्र में दो धातुओं को प्रमुख माना गया है सोना और चांदी, सोना एक गर्म धातु और चांदी ठंडा धातु है। माणिक्य, पुखराज तथा मूंगा को सोने में पहनने की सलाह दी जाती है। जबकि अन्य सभी रत्नों को चांदी में पहनने की सलाह दी जाती है। यदि सोना उपलब्ध ना हो तो ऐसी स्थिति में इन रत्नो को भी चांदी में पहनने के लिए कह दिया जाता है। क्योकि चांदी को शुद्ध और प्रभावशाली माना गया है। क्योंकि चांदी चंद्र ग्रह से सीधे तरीके से जुड़ा हुआ है और किसी ना किसी तरह से सभी ग्रहों से इसका थोड़ा बहुत जुड़ाव है। जिसके कारण चांदी धारण करने से बहुत सारी समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है। Silver Ring on thumb

आपके जीवन में चांदी का छल्ला बहुत ही कारगर सिद्ध होता है। लाल किताब के अनुसार भी चांदी का छल्ला धारण करने से आपका भविष्य उज्जवल रहता है और छोटी-मोटी समस्याएं जीवन से यूं ही दूर हो जाती है। आइये जानते हैं की चंडी का छल्ला किस ऊँगली में पहनने से क्या लाभ होता है।

ज्योतिष के अनुसार अगर आपकी कुंडली में चंद्र, शुक्र, सूर्य, शनि, राहु और बुध का दोष मौजूद है, तो ज्योतिष की सलाह से आप चांदी का छल्ला धारण कर सकते हैं।
चांदी का छल्ला अनामिका में पहनने से सूर्य और राहु के प्रकोप भी खत्म होते हैं।
ऐसे लोग जिनकी कुंडली में सूर्य और राहु एक साथ हो तो उन्हें चांदी का छल्ला अनामिका में पहनना चाहिए। यह अंगूठी इन ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव को काम कर सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न करते हैं। फल स्वरुप व्यक्ति का समाज में मान सम्मान बढ़ता है। और नौकरी में उच्च पद की प्राप्ति होती है।

सबसे छोटी ऊँगली कनिष्का में चांदी का छल्ला पहनने से चंद्र का शुभ प्रभाव बढ़ता है। चांदी चंद्रमा का प्रतीक है। जिसके कारण चांदी के धारण करने से मन-मस्तिष्क शांत रहता है। और किसी भी कार्य में एकाग्रता बनी रहती है।

उंगलियों में अंगूठा शुक्र से संबंधित होता है। यही कारण है कि अगर शुक्र की स्थिति आपके हाथों की लकीरों में ठीक नहीं है, तो ऐसे में चांदी का छल्ला पहनना शुभ होगा। इससे व्यक्ति पर सकारात्मक प्रभाव पढ़ते हैं। और लोगों का आकर्षण आपकी और बढ़ जाता है। चांदी का छल्ला अंगूठे में पहनने से विभिन्न ग्रह दोष शांत होता है। चांदी का छल्ला लड़कों को दाएं हाथ की उंगली में तथा लड़कियों को बाएं हाथ में पहनना शुभ माना जाता है। अंगूठे में चांदी का छल्ला पहनने से शनि के दुष्परिणामों से बचा जा सकता है। शनि द्वारा उत्पन्न होने वाली पीड़ा एवं रोगों से छुटकारा दिलाने में यह उपकारी होता है। इससे राहु के दुष्प्रभाव भी मंद पड़ जाते हैं। बुध ग्रह कम्युनिकेशन यानि संचार का गृह है इसको शुभ बनाने के लिए चांदी का छल्ला पहनना आवश्यक होता है। कम्युनिकेसन के छेत्र में काम करने वाले लोग जैसे शिक्षक, धर्मगुरु, टीवी व रेडियो कलाकार, वकील व नेता इत्यादि लोगों को चांदी का छल्ला बहुत असरदार होता है। लोगों की नजर में आप की प्रतिष्ठा बहुत बढ़ जाती है। जिस व्यक्ति की विवाह में दिक्कतें आ रही हों, उनके द्वारा चांदी का छल्ला धारण करने से शुक्र ग्रह मजबूत होता है। और विवाह के योग बनने लगते हैं।

कब और कैसे पहने चांदी का छल्ला?
चांदी का छल्ला धारण करते समय कुछ विशेष बातों का ध्यान जरूर रखें। जैसे ये छल्ला बिना जोड़ वाला होना चाहिए, मतलब इसे ढालकर बनाया जाना चाहिए।बिना जोड़ वाला चांदी का यह छल्ला सूर्य और शनि की स्थिति को भी मजबूत करने का काम करता है। चांदी का छल्ला लड़कियों को अपने बाएं हाथ में जबकि लड़कों को अपने दाएं हाथ में पहनना चाहिए। इस छल्ले को कुंडली में चंद्र, शुक्र, शनि, सूर्य, राहु और बुध दोष होने पर किसी ज्योतिषी से सलाह लेने के बाद ही पहनें। यह छल्ला शक्ल पक्ष के सोमवार को मुहूर्त देखकर पहनना चाहिए।

Exit mobile version