शुक्र ग्रह को भौतिक सुख, वैवाहिक सुख, भोग-विलास, शौहरत, कला, प्रतिभा, सौन्दर्य, रोमांस, काम-वासना और फैशन-डिजाइनिंग आदि का कारक माना जाता है।
गुरु ग्रह आपको जीवन जीने के लिए आवश्यक वस्तुए देते हैं जैसे रोटी, लेकिन अगर पिज़्ज़ा या समोसे, पकोड़े पकवान खाने हैं तो यह शुक्र की कृपा चाहिए।
शुक्र बलि हो तो व्यक्ति के वैवाहिक जीवन को सुखी बनाता है। बली शुक्र के कारण व्यक्ति साहित्य एवं कला में रुचि लेता है।
पीड़ित शुक्र के कारण व्यक्ति के वैवाहिक जीवन में परेशानियाँ आती हैं। पती-पत्नि के बीच मतभेद होते हैं। व्यक्ति के जीवन में दरिद्रता आती है और वह भौतिक सुखों के अभाव में जीता है।
कुंडली में शुक्र कमज़ोर होता है तो जातक को कई प्रकार की शारीरिक, मानसिक, आर्थिक एवं सामाजिक कष्टों का सामना करना पड़ता है।
रत्न विज्ञान में शुक्र मणि को शुक्र देव का रत्न बताया गया है। इसे धारण करने से मनुष्य पर शुक्र ग्रह की कृपा दृष्टि बढ़ती है।
यह स्टोन शुक्र जनित बीमारियों में बहुत लाभकारी होता है। जैसे किडनी, जलोदर रोग, आंख संबंधित रोग, चर्म रोग, महिला व पुरुष संबंधित समस्याएं इसके अलावा यह किडनी स्टोन में भी लाभ देता है।