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नमस्कार दोस्तों आपका स्वागत है। ध्यान हमारे लिए बहुत जरूरी है जैसे भोजन करने पर शरीर को ऊर्जा मिलती है। ऐसे ही ध्यान करने पर हमारी आत्मा और हमारे मस्तिष्क और हमारे विचारों को ऊर्जा मिलती है। अगर आपने ध्यान से पहले वाली वीडियो नहीं देखी कंसंट्रेशन तो कृपया लिंक डिस्क्रिप्शन में है उसे जाकर देख सकते हैं। धयान को समझने में काफी मदद मिल जाएग।

एक स्टडी में 30 लोगों को का ग्रुप चुना गया जो मेडिटेशन सीखना चाहते थे। इन लोगों को 5 हफ्ते के लिए मेडिटेशन कम्प में भेज दिया गया जहाँ हर दिन 5 घंटे का ध्यान कराया जाता था। इस दौरान ग्रुप के टेस्ट भी होते रहे 5 हफ्ते के बाद पाया गया कि इन लोगों की टेस्ट को सॉल्व करने की स्पीड तो नहीं बदली पर नोट करने वाली बात यह थी कि इनकी एक्यूरेसी बढ़ चुकी थी। रिसर्चर्स कहते हैं कि ट्रस्टों को जानबूझकर बोरिंग बनाया गया था। ध्यान के कारण इनका अटेंशन लेवल बढ़ गया था। जिसकी वजह से वह बोरिंग टेस्ट में भी ध्यान लगा पाए। मेडिटेशन केवल आपके ज्ञान नहीं मदद नहीं करता बल्कि लंबे समय तक अटेंशन बनाने में बनाए रखने में मदद करता है।

वैसे तो आप कोई भी मेडिटेशन पद्धति चुन लीजिए सब ही फायदा करती है। क्योंकि जब आप मेडिटेशन करते हैं तो आपका प्री फ्रंटल लोब और पैराइटल लोब दोनों की कसरत होती है और कंसंट्रेशन के लिए यही दोनों हिस्से जिम्मेदार है। आपको हर दिन 5 घंटे ध्यान करना नहीं करना है। आपको सिर्फ और सिर्फ हफ्ते में 4 दिन मैक्सिमम 20 मिनट ध्यान करना है। बस इतना ही करना है और आप अपनी जिंदगी में बहुत सारा परिवर्तन पर पाएंगे।

दोस्तों यहां पर ध्यान की में 3 सरल विधियों के बारे में बात करूंगा जिन्हें कोई भी कर सकता है किसी तरह के मुश्किल ध्यान की जरूरत नहीं है आपको बहुत आसान सा ध्यान कर रहे हैं वीडियो अच्छा लगे तो लाइक कीजिएगा और यदि नए हैं तो सब्सक्राइब जरूर करें। दोस्तों जब ध्यान के बारे में बात होती है तो सबसे सरल विधि जिसे मैं मानता हूं वह गाइडेड मेडिटेशन यानी आप सामने वाले के बोले अनुसार ध्यान करते रहे। गाइडेड मेडिटेशन के अंदर भी सबसे ज्यादा आसान होता योगनिद्रा। क्योंकि इसके लिए आपको ना तो बैठना है ना खड़े होना है और ना ही कोई किसी स्पेसिफिक आसन को सिद्ध करना है आपको केवल सामने वाले की कहीं भी कही गई बात को फॉलो करना है। या तो इस ध्यान को करने के बाद आप एनर्जेटिक महसूस करेंगे या फिर सो जाएंगे दोनों ही स्थितियां आप ही के लाभ की है।

योग निद्रा से बड़े लाभ हैं जैसे तनाव मुक्ति, सेल्फ हिप्नोसिस, अनिद्रा से छुटकारा और आध्यात्मिक उन्नति खास है। अवचेतन मन की प्रोग्रामिंग के लिए योग निद्रा का सहारा ले सकते हैं। आपकी संकल्प शक्ति से बढ़ जाएगी और पुरानी यादों से छुटकारा मिल जाएगा। इससे आपकी नींद की क्वालिटी बेहतर होती है। जिससे आपका दिन बहुत एनर्जीटेक बना रहता है। सोने और जागने के बीच की जो अवस्था है उसी तरह योगनिद्रा होता है। इसमें ध्यान कहीं और ना जाकर आपके अपने अंदर आ जाता है। यह सबसे सरल ध्यान की विधि है।

दूसरी मेडिटेशन पद्धति जिसे समथ कहा जाता है। इसे बौद्ध धर्म के लोग करते हैं। समथ काफी बड़ा शब्द है इसके अंदर एक छोटा सा मेडिटेशन मैथर्ड है। आप अपनी मनचाही स्थिति में बैठ जाएं और आपको छोटी चीज पर ध्यान लगाना है। ऐसी चीज पर ध्यान लगाना है जो बह रही हो। जैसे आप आने जाने वाली सांस। जब आप सांस लेते हैं तो आपकी नाक से हवा बहती हुई फेफड़ों तक जाती है। जिसे आपको महसूस करना है और जब आप सांस छोड़ते हैं तो गर्म हवा बाहर निकलती है आप उसे भी महसूस कीजिए। कुछ समय लगभग 30 सेकंड या 1 मिनट तक आप ध्यान लगा पाएंगे और उसके बाद आपका मन इधर-उधर की बातें सोचने लगेगा। उसके बाद वापस अपने मन को पकड़ कर लाइए और उसे अपनी सांसो पर फिर ले जाइये। इस तरह से आपको 3 मिनट से शरू करके 20 मिनट मैक्सिमम प्रैक्टिस करनी है। यदि आप चाहें तो बहते हुए पानी की आवाज पर कंसंट्रेट कर सकते हैं। आप चाहे तो हवा में बैठे और शरीर पर पड़ने वाली हवा को महसूस करें। यह ध्यान की सबसे आसान पद्धति है इसी पद्धति के अंदर आप अपने शरीर पर धयान लगएं। यह एक मेडिटेशन की बहुत ही स्ट्रांग पद्धति है आपका हर क्षण ध्यान बन जाएगा परंतु सांसो पर ध्यान देना सबसे आसान पद्धति है. सबसे आसान।

मैं भी यही पद्धति अपनाता हूं। इस समय जब मैं यह लेख लिख रहा हूं तो मैं बीच-बीच में अपने ध्यान को अपनी सांस पर ले जाता हूं जिससे मुझे एकाग्र होने में काफी मदद मिलती है।

अगली जो ध्यान की प्रक्रिया है वह है। मंत्र योग में कंसंट्रेशन को धारणा कहते हैं। हर सभ्यता के अनुसार कुछ आवाजें ऐसी हैं जिनको बोलने और सुनने से आपके अंदर स्थिरता आती है। मन्त्र व उनके प्रकार पर हमने कई वीडियो बनायें हैं। मंत्र आपका ध्यान भटकने से रोकते हैं। उनसे निकलने वाली ऊर्जा आपके मस्तिष्क को एकाग्र कर देती है। संस्कृत में बहुत सारे मंत्र हैं जिसमें सबसे छोटा मंत्र है ॐ। यह ओ उ म ऐसे करके 3 शब्दों से मिलकर बना होता है। दूसरा शब्द है सोहम यह भी तीन शब्दों से मिलकर बना है। ऐसे ही एक और चमत्कारी शब्द है राम दिखने में बड़े मामूली से लगने वाले यह शब्द इतना गहरा ध्यान उत्पन्न करते हैं कि लोग दुनिया भूल जाते हैं।
इन मन्त्रों से ध्यान करने का सबसे सरल तरीका बतलाता हूँ। हम यहाँ मंत्र सिद्धि की बात नहीं कर रहे। हम यहां बात कर रहे हैं ध्यान के बारे में जिसको करने से एकाग्रता उन्नति व आंतरिक शांति आपको मिलेगी। यदि आप ओम चुनते हैं तो जवाब सांस लें तो बोले ओ और जब आप सांस छोड़ें तो म बोले। लेकिन इसे मुंह से नहीं बोलना है, आपको इसका मानसिक जप करना है सांस ली तो ओ और सांस छोड़ी तो म। इसी तरह सोहम को भी दो भागों में तोड़ ले। अगर आप सांस लें तो बोले सो और जब छोड़े तो बोले हम। इसी तरह राम जब आप सांस लें तो बोला रा और जब छोड़े तो बोले म। मात्र 5 मिनट 21 दिन आप ऐसे करके देखिए आपकी जिंदगी में परिवर्तन आ जाएगा।

जब भी आप ध्यान में बैठे और किसी तरह के नकारात्मक विचार आपको आने लगे। कभी कबार नहीं हमेशा ध्यान में बैठने पर नकारात्मक विचार आने लगे या आपको डर लगने लगे। तो ऐसी स्थिति में आपको किसी गुरु से संपर्क करना चाहिए। क्योंकि इसके पीछे आपका प्रारब्ध भी हो सकता है धन्यवाद दोस्तों इसी तरह हम काम की जानकारी लाते रहेंगे।

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