सुबह उठते ही करे
इस लेख में आज हम आपको एक ऐसा प्रयोग बताने जा रहे हैं जो हर मनुष्य को करना चाहिए। इससे आपका पूरा दिन अच्छा जाएगा धन संपदा तथा ज्ञान की कमी नहीं रहेगी। वीडियो अच्छा लगे तो लाइक जरूर कीजिएगा और अगर पहली बार आए हैं तो प्लीज सब्सक्राइब कर दीजिएगा।
कई बार ऐसा होता है कि हमारा दिन अच्छा नहीं जाता। सुबह से लेकर शाम तक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कोई काम नहीं बनता तो उस दिन लोग अक्सर ऐसा कहते हो पाए जाते हैं कि पता नहीं सुबह उठकर किसका मुंह देखा था कि आज का पूरा दिन खराब हो गया। ऐसा हर धर्म हर संप्रदाय में होता है इसलिए कई बार लोग सुबह उठते ही भगवान के दर्शन करते हैं। कुछ लोग कुछ लोग सूंदर नज़रों के दर्शन करते हैं।
आपने सुना होगा कि जब कोई महिला गर्भवती होती है तो उसके दर्द कमरे में सुंदर बच्चों की फोटो लगाने को कहा जाता है। सुबह उठते ही दो चीज हम देखते हैं उसका हमारे सबकॉन्शियस माइंड पर बहुत स्ट्रांग प्रभाव पड़ता है।
इसीलिए मोटिवेशनल स्पीकर जब लॉ ऑफ अट्रैक्शन पढ़ा रहे होते हैं तो वह यह बात कहते हैं कि आपको जो भी चाहिए उसका चित्र अपनी आंखों के सामने रखी और सुबह उठते ही सबसे पहले उसे देखिए। ताकि आपको आपका लक्ष्य याद रहे हमारे एक दोस्त हैं वह अपनी जेब में रात को सोते समय नोट रखकर सोते हैं और सुबह उठते ही उसे देखते है उनका मानना है की सुबह उठते ही पैसा देखने सुबह होता है। हां मैं जनता हु आप क्या सोच रहे है वो अमीर भी है।
आप चाहें तो उनकी तरह रात को आप भी अपनी जेब में 2000 का नोट लेकर सो सकते हैं और जब सुबह उठे तो सबसे पहले उसे ही देखें। परंतु हमारे पूर्वजों ने सिर्फ पैसे के बारे में ही बात नहीं कही उन्होंने कहा की धन, संपदा, ज्ञान, वैभव संपन्नता व धर्मानुसार आचरण सभी आपके जीवन में महत्वपूर्ण हैं। इसीलिए उन्होंने यह मंत्र दिया कि जब आप सुबह उठे तो सबसे पहले अपने हाथों को देखें। आप ने लोगों को यह कहते हुए लोगों को खूब सुना होगा कि पैसा हाथ का मेल है यह एक अरबी भाषा का मुहावरा है जिसका मतलब है। “अभ्यास करना” आप अपने हाथों से जो मेहनत करते हैं उससे पैसा बनता है।
इसलिए उन लोगों ने कहा कि सुबह उठकर सबसे पहले आप अपने हाथों का दर्शन करें न की किसी भगवन के। और देखने के बाद यह मंत्र बोले
कराग्रे वसते लक्ष्मीः करमध्ये सरस्वती ।
करमूले तु गोविन्दः प्रभाते करदर्शनम ॥
अर्थात मेरे हाथ के अग्रभाग में भगवती लक्ष्मी का निवास है। मध्य भाग में विद्यादात्री सरस्वती और मूल भाग में भगवान विष्णु का निवास है। अतः प्रभातकाल में मैं इनका दर्शन करता हूं।
इसके पीछे कुछ ज्योतिषी आधार भी हैं सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार जिन लोगों की उंगलियां लंबी होती हैं वह लोग व्यवहार कुशल बुद्धिमान और अपने कार्य में दक्ष होते हैं। वे लोग पैसा आसानी से बना लेते हैं। इसीलिए कहा गया है कराग्रे वसते लक्ष्मीः यानि हाथ के आगे वाले भाग में लक्ष्मी का वास है।
हाथ के बीच वाले भाग में यानि हथेली के ऊपरी हिस्से में छह पर्वत होते हैं जिन्हें विद्यार्थी जीवन से जोड़कर देखा जाता है। यानी यह लर्निंग के लिए बहुत उपयोगी होते हैं जैसे पहला पर्वत है।
१ तर्जनी के नीचे वाला क्षेत्र बृहस्पति पर्वत कहलाता है जो महत्वकांक्षी और ज्ञान के गुण देता है ।
२ मध्यमा यानी बीच वाली उंगली के नीचे के क्षेत्र को शनि पर्वत कहते हैं यह अनुशासन व मेहनत का गुण देता है रिसर्च के लिए इस पर्वत का उन्नत होना बहुत ही जरूरी माना जाता है।
३ अनामिका यानी रिंग फिंगर के नीचे के स्थान को सूर्य पर्वत कहा जाता है यह प्रसिद्धि का पर्वत कहलाता है। अगर यह पर्वत उन्नत है तो ऐसा व्यक्ति अपने कार्य में काफी कुशल होता है यानी बहुत ही कुशलता से किसी भी कार्य को करने में सक्षम होता है।
४ सबसे छोटी उंगली के नीचे का क्षेत्र बुध पर्वत कहलाता है यह बुद्धि और तर्क शक्ति का द्योतक होता है। जिसका बुध पर्वत उन्नत होता है वह बुद्धिमान किसी भी चीज को जल्दी सीख जाने वाला और तर्क में बहुत अच्छा होता है
हथेली के मूल में यानी सबसे नीचे दो पर्वत होते हैं जिन्हें शुक्र पर्वत और चंद्र पर्वत कहा जाता है। शुक्र पर्वत संपन्नता भोग विलास व वैभव का ग्रह माना गया है दूसरा चंद्र पर्वत होता है जो मन व निश्चय का कारक है। यदि आपका शुक्र पर्वत स्ट्रांग है तो आपके पास धन वैभव तथा भोग विलास, आवश्यकता की वस्तुएं हमेशा मिलेंगी। अगर चंद्र कमजोर है तो जो भी शुक्र द्वारा प्राप्त होगा वह सब चला जाएगा। अगर चंद्र मजबूत है तो जो भी शुक्र द्वारा संचय किया गया है वह आगे बढ़ेगा।
इसीलिए कहा गया है कि कर मूले तू गोविंदा अर्थात कर के मूल में यानी हाथ में भगवान विष्णु का वास है।
प्रभाते कर दर्शनम् यानी रोज सुबह के समय हमें अपने हाथ का दर्शन करना चाहिए। हम उस दर्शन से अपने हाथ में अपने भाग्य और अपने कर्म दोनों को देख रहे होते हैं। कर्मों द्वारा भाग्य को सुधार सकते हैं किसलिए प्राचीन लोगों ने हमेशा कहा है कि सुबह उठकर हाथ जरूर देखनी चाहिए। धन्यवाद दोस्तों हम इसी तरह काम की जानकारी लाते रहेंगे