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Nam Myoho Renge Kyo in hindi, Daimoku in hindi, नम म्यहो रेंगे क्यो

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अपनी इक्षा पूरी करने के लिए जैपनीज़ लोग जिस मंत्र का जप करते है इस लेख में उसी पर चर्चा करने जा रहे है। यह प्रसिद्ध लोटस सूत्र का चमत्कारी मंत्र है जिसे डाईमोको कहा जाता है। जो जपने वाली की सभी मनोकामना पूर्ण करता है।

दूसरे विश्व युद्ध के बाद जापान पूरी तरह बर्बाद हो गया था। पर 70 के दशक में पूरी दुनिया में मेड इन जापान का डंका बज रहा था। ऐसा क्यों और कैसे हुआ। एक तरफ आजादी के बाद हम भारतियों को खास कर हिन्दुओं को ये बताया गया की हम पहले मुसलमानो के फिर अंग्रेजों के गुलाम रहे। और हमने अपनी जड़ें छोड़ दी, खुद के ज्ञान से ज्यादा बाहरी लोगों को महत्त्व देने लगे। जबकि जापान ने अपनी परंपरा को बढ़ाया। उन्होंने जापानीस मान्यताओं को अपनी भाषा को अपनी संस्कृति को महत्व दिया। वो आज भी हमसे 30 साल आगे हैं।
जापानी लोग मेहनत पर विश्वास रखते हैं। उनका मानना है कि सफलता के लिए सतत प्रयास और ईश्वर की कृपा दोनों चाहिए। उन्होंने बहुत नियम बनाये जिनपर चलकर सफलता की और बढ़ा जा सकता है। सिक्स सिग्मा, फाइव इस इत्यादि मनेजमेंट के नियम बनाये जो आपको भौतिक जगत में सफलता दिला सकते हैं।

Nam Myoho Renge Kyo नम म्यहो रेंगे क्यो

भौतिक जगत में सफलता प्राप्त करने के लिए आप को अंदर से मजबूत होना जरूरी है। इसलिए आपकी आध्यात्मिक जगत पर भी थोड़ी बहुत पकड़ होनी चाहिए नहीं तो ना नाकामयाबी आप को तोड़ देगी। और आप फिर उठ नहीं पाएंगे।

इसके लिए उन्होंने ध्यान व मंत्र जप पद्धति का निर्माण किया। जिसमें लोटस सूत्र बहुत ही प्रसिद्ध ग्रंथ है का निर्माण किया। उसी लोटस सूत्र में एक मंत्र है जिसको डाई मोको कहा जाता है। यह मंत्र है ‘नम म्यहो रेंगे क्यो ‘।

Can chanting mantras without a guru cause harm? । । क्या बिना गुरु के मंत्र जपने से हानी हो सकती है ?

लाभकारी है यह मंत्र
इस मंत्र को लगातार दोहराते हुए आप अपनी परेशानियों को दूर करने में खुद ही सक्षम हो सकते हैं। ये मंत्र आप सिर्फ खुद के लिए ही नहीं बल्कि अपने बच्चों,परिजनों,मित्रों और पड़ोसियों के लिए भी दोहरा सकते हैं। जानकारों का कहना है कि आप 5 मिनट से शुरु करके आप मंत्र जपने की समय सीमा किसी भी हद तक बढ़ा सकते हैं।

ये मंत्र आपको एकाग्र करता है। आपकी परेशानियों से निजात दिलवाता है। हमारी एक बड़ी बहन जी जिनका नाम पूर्णिमा है उन्होंने बताया कि कोरोना से पीड़ित तमाम दोस्तों रिश्तेदारों के लिए घंटों तक उन्होंने नम म्योहो रेंगे क्यो का जाप किया है और इससे मरीज को फायदा भी पहुंचा। उन्होंने मेरे लिए भी यह मंत्र जपा था और मुझे इसका लाभ मिला।

एक सेलिब्रिटी है जिनका नाम आयुष्मान खुराना (Ayushmann khurrana) है उन्होंने अपने एक इंटरव्यू में नम म्यहो रेंगे क्यो का जिक्र किया है। उन्होंने बताया की आप इस मन्त्र से कुछ भी प्राप्त कर सकते हैं। यह केवल अपने लिए ही नहीं बल्कि आपके दोस्तों, जानने वालों यहाँ तक की ब्रम्हांड में किसी के लिए भी जप सकते हैं। वीडियो नीचे है आप देख सकते हैं।

इस मंत्र के उच्चारण से आप स्वंय को ब्रम्हाण के तालमेल मे बैठा सकते है। ‘नम म्योहो रेंगे क्यो ‘ का अर्थ की ‘ मै अपने सम्पूर्ण जीवन को लोटस सूत्र पर समर्पण करता हू।

नम म्योहो रेंगे क्यो (Nam Myoho Renge Kyo)
नम म्योहो रेंगे क्यो का अर्थ – मै खुद को और अपने सम्पूर्ण जीवन को लोट्स सूत्र पर समर्पण करता हू। अर्थात

नम – नम का अर्थ समर्पण या समर्पित से है। जो की विश्वास का प्रतीक है।

म्यो – हो– म्यो का अर्थ रहस्यवादी या अद्भुद से है, तथा ‘हो‘ का अर्थ कानून से है।

रेंगे– रेंगे शब्द का अर्थ कमल के फूल से है। अर्थात जिस प्रकार पुष्प गंदगी मे रहकर भी दूषित नही होता, उसी प्रकार बौध्द मनुष्य भी गंदे समाज मे रहकर दूषित नही होता, और अपने कार्यों से जन कल्याण व समाहित मे कार्य करता है। उसकी पत्तियों पर कभी पानी नहीं ठहरता। वह इस बात का प्रतीक है कि बौद्ध मनुष्य दुनिया में रखते हुए की खुद को आध्यात्मिकता के इस स्तर पर ले जाता है कि वह संसार में रहते हुए भी संसार से विरक्त रहता है।

क्यो – क्यों का शाब्दिक अर्थ सूत्र से है, जो यहां जीवन व ब्रम्हाण के मौलिक अधिकार, शाश्वत सत्य को इंगित करता है।


नम म्योहो रेंगे क्यो की उत्पत्ति:

नम म्योहो रेंगे क्यो की खोज बौध्द धर्म के महान पुजारी निचिरेन जी ने की थी। जिन्होने इस मंत्र का नाम “नम म्योहो रेंगे क्यो (Nam Myoho Renge Kyo)” रखा, निचिरेन के अनुसार सभी मनुष्यों मे बुध्द प्रकृति है, जिससे वो किसी भी स्थिति मे आत्मज्ञान पाने मे सक्षम होते है।

नम म्योहो रेंगे क्यो के फायदे : benefits of Nam Myoho Renge Kyo

यह मंत्र पूर्ण रुप से विश्वास की शक्ति पर निर्भर है, अर्थात इस मंत्र का उच्चारण करने वाले व्यक्ति को स्वंय मे विश्वास होना बहुत आवश्यक है अन्याथा यह व्यर्थ है। ये मंत्र कोई रहस्यमय वाक्य नही है और ना ही किसी पारलौकिक शक्ति को सिद्ध करता है। बल्कि नम म्योहो रेंगे क्यो एक सिध्दांत है। जो लोग जीवन में ईमानदारी से सतत प्रयास से कर्म लगे है उन्हें अपने जीवन में मुक्ति का मार्ग प्राप्त हो। वह सम्पूर्ण जीवन का आनद ले सकें। भौतिक और आध्यात्मिक सुख दोनों प्राप्त कर सकें।

इसे जपने का तरीका How to Chant Nam Myoho Renge Kyo in hindi

आपको किसी भी कंफर्टेबल यानी आरामदेह अवस्था में बैठ जाना है। चाहे आप कुर्सी पर बैठे जमीन पर बैठे पीठ पर एक लगाकर बैठे ऐसे भी बैठ सकते हैं। आप हाथ जोडकर नमस्कार की मुद्रा में बैठें। अब आपको अपनी आंखें खुली रखनी है आंखें बंद करने की कोई आवश्यकता नहीं है। सामने यदि यह मंत्र लिखा हो तो बहुत ही अच्छा है। उस पर दृष्टि डालकर आप इस मंत्र को जपना शुरू करें। रोजाना 5 मिनट से लेकर कितने भी समय तक आप इसे कर सकते हैं।
इसे जपते समय किसी विजुअलाइज़ेसन की आवश्यकता नहीं। बस अपनी आवाज पर ध्यान केंद्रित करें। जिस वस्तु या व्यक्ति के लिए इसे जप रहे है उसका ध्यान जप के शरुआत में करे उसके बाद आवाज़ पर अपना ध्यान रखें।

कब जपें When Chant Nam Myoho Renge Kyo in hindi

इसे किसी भी समय सुबह या शाम को जपना चाहिए बस एक शर्त है जिस समय जपें रोज उसी समय जपना चाहिए। आपकी संख्या काम या ज्यादा होगी तो चलेगी पर समय निर्धारित होना चाहिए।

यदि आप इसे जप ना सके तो हमने आपकी सुविधा के लिए इस मंत्र को का एक वीडियो भी बनाया है। जो आप चाहे तो इसे सुन सकते हैं। लगातार 21 दिन सुनने पर इसका रिजल्ट अच्छा आता है। ऐसा कई लोगों ने अनुभव किया है।

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